मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए NEET परीक्षा सबसे महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षा मानी जाती है। यह परीक्षा भारत में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा है। इस ब्लॉग में, हम NEET परीक्षा से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को विस्तार से समझेंगे।
NEET का फुल फॉर्म और परिचय
NEET का फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Test (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) है। यह परीक्षा भारत में MBBS, BDS, आयुष, BVSc और AH कोर्सेस में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। NEET परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है, जो परीक्षा संचालन की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करती है।
NEET परीक्षा पहले अलग-अलग मेडिकल परीक्षाओं को हटाकर एकल परीक्षा के रूप में लागू की गई थी ताकि मेडिकल शिक्षा में एक समानता लाई जा सके और छात्रों को एक ही परीक्षा के माध्यम से मेडिकल संस्थानों में प्रवेश मिल सके
NEET परीक्षा के माध्यम से मिलने वाली सीटें
NEET परीक्षा के माध्यम से देशभर के विभिन्न सरकारी और निजी कॉलेजों में मेडिकल कोर्स में प्रवेश मिलता है। 2025 में, NEET परीक्षा के तहत निम्नलिखित सीटें उपलब्ध होंगी:
MBBS सीटें: 1,09,048
BDS सीटें: 27,868
आयुष (BAMS, BHMS, BSMS, BUMS) सीटें: 52,720
BVSc और AH सीटें: 525
इसके अलावा, NEET परीक्षा के माध्यम से AIIMS और JIPMER जैसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थानों में भी प्रवेश मिलता है।
NEET 2025 के लिए पात्रता मानदंड
NEET परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार को कुछ निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होता है।
आयु सीमा
परीक्षा के वर्ष में न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष, जबकि आरक्षित श्रेणियों (SC/ST/OBC) के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष निर्धारित है।
शैक्षणिक योग्यता
उम्मीदवार को भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान/बायोटेक्नोलॉजी और अंग्रेजी विषयों के साथ 12वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए।
सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 50% अंक, OBC/SC/ST उम्मीदवारों के लिए 40% अंक, और PWD उम्मीदवारों के लिए 45% अंक आवश्यक हैं।
NEET परीक्षा पैटर्न और मार्किंग स्कीम
NEET परीक्षा ऑफ़लाइन (पेन-पेपर मोड) में आयोजित की जाती है। इसमें 180 बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्न होते हैं, जिन्हें 3 घंटे 20 मिनट के अंदर हल करना होता है।
विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
भौतिकी(PHYSICS) | 45 | 180 |
रसायन विज्ञान (CHEMISTRY) | 45 | 180 |
जीवविज्ञान(BIOLOGY) | 90 | 360 |
कुल | 180 | 720 |
मार्किंग स्कीम
सही उत्तर के लिए 4 अंक मिलते हैं।
गलत उत्तर पर 1 अंक की कटौती होती है।
कोई उत्तर नहीं देने पर 0 अंक मिलते हैं।
NEET परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
NEET एक प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा है, इसलिए इसकी तैयारी के लिए सही रणनीति अपनाना बेहद जरूरी है।
- NCERT की किताबों पर ध्यान दें –
NEET का अधिकांश सिलेबस NCERT पर आधारित होता है, इसलिए पहले NCERT किताबों को पूरी तरह से समझें।
2.नियमित मॉक टेस्ट दें–
समय-प्रबंधन और प्रश्न हल करने की गति बढ़ाने के लिए मॉक टेस्ट देना बेहद जरूरी है।
3.पुराने प्रश्न पत्र हल करें –
पिछली परीक्षाओं के प्रश्न पत्र हल करके परीक्षा पैटर्न और महत्वपूर्ण टॉपिक्स को समझा जा सकता है।
4.समय प्रबंधन करें –
हर विषय के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें और कठिन टॉपिक्स पर ज्यादा ध्यान दें।
5.नोट्स बनाएं और रिवीजन करें–
परीक्षा के अंतिम समय में तेजी से रिवीजन करने के लिए शॉर्ट नोट्स बनाना मददगार होता है।
NEET देने के बाद आप निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:–
- BDS (Bachelor of Dental Surgery)
- MBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery)
- BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery)
- BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery)
- BSMS (Bachelor of Siddha Medicine and Surgery)
- BUMS (Bachelor of Unani Medicine and Surgery)
- BVSc & AH (Bachelor of Veterinary Science and Animal Husbandry)
- BPT (Bachelor of Physiotherapy)
- B.Sc. Nursing
- B.Sc. Paramedical Courses (MLT, Radiology, Anesthesia, OT Technician, etc.)
NEET काउंसलिंग प्रक्रिया:-
NEET परीक्षा के बाद, योग्य उम्मीदवारों को काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से कॉलेजों में प्रवेश मिलता है।
काउंसलिंग के प्रमुख प्रकार
- अखिल भारतीय कोटा (All India Quota – AIQ)
15% सीटें केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित की जाती हैं।
इसका आयोजन मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा किया जाता है।
इसके अंतर्गत AIIMS, JIPMER, ESIC और AFMC जैसी संस्थानों की सीटें भी आती हैं।
- राज्य कोटा (State Quota)
85% सीटें राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाती हैं।
हर राज्य की मेडिकल काउंसलिंग समिति अपने स्तर पर काउंसलिंग आयोजित करती है।
- डीम्ड और प्राइवेट यूनिवर्सिटी काउंसलिंग
यह काउंसलिंग भी MCC द्वारा की जाती है।
इसमें विभिन्न निजी मेडिकल कॉलेजों की सीटें शामिल होती हैं।
NEET परीक्षा के लाभ:-
संपूर्ण भारत में एकल प्रवेश परीक्षा – NEET परीक्षा ने कई अलग-अलग मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं को हटाकर एक ही परीक्षा को लागू किया है, जिससे छात्रों को लाभ हुआ है।
पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया – NTA द्वारा आयोजित होने के कारण परीक्षा में धांधली की संभावना कम होती है।
सरकारी और निजी दोनों कॉलेजों में प्रवेश का अवसर – NEET स्कोर के आधार पर सरकारी और निजी कॉलेजों में प्रवेश लिया जा सकता है।
AIIMS और JIPMER जैसे टॉप मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश – पहले AIIMS और JIPMER की अलग परीक्षाएं होती थीं, लेकिन अब NEET के माध्यम से ही इन संस्थानों में भी प्रवेश लिया जा सकता है।
निष्कर्ष:-
NEET परीक्षा मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है। यदि आप डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं, तो NEET परीक्षा के लिए सही तैयारी और रणनीति अपनाना बेहद आवश्यक है। इस परीक्षा में सफलता पाने के लिए मेहनत, सही योजना और निरंतर अभ्यास बहुत जरूरी है।
यदि आपको NEET से जुड़ी कोई और जानकारी चाहिए या काउंसलिंग से संबंधित मार्गदर्शन चाहिए, तो हमें कमेंट में बताएं!
सफलता के लिए शुभकामनाएँ!